आम बात नहीं फ्लू के बाद कोल्ड होना, हो सकती है गंभीर समस्या
अम्बुज यादव
सर्दियों में कोल्ड होना बहुत सामान्य है। जिससे बचने के लिये डॉक्टर हमें अपने खान-पीन और पहनाव पर ध्यान देने को अक्सर कहते हैं। वैसे तो कोल्ड किसी भी हो सकता है, लेकिन फ्लू के मरीज को कोल्ड के चपेट में आना अधिकतर देखा गया है। आमतौर पर देखा गया है कि जब फ्लू या फीवर उतरता है तो कुछ दिनों तक कोल्ड का घेरे रहना कोई बड़ी बात नहीं होती है। लेकिन एक रिसर्च में पता चला कि फ्लू के बाद कोल्ड होना कॉमन भी नहीं है, फिर भी अगर किसी को ऐसा होता है तो उसके सेहत के लिए यह ज्यादा दिक्कत भरी बात है।
कई सालों तक चले शोध के आधार पर रिसर्चर्स का कहना है कि फ्लू का होना ही इस बात की तरफ संकेत करता है कि अब पेशंट को कॉमन कोल्ड वायरस के कारण इंफेक्शन नहीं होगा। इस विषय में स्टडी के लीड ऑर्थर और डॉक्टर पाब्लो मर्सिया का कहना है कि जिस सीजन में भी इंफ्लूएंजा की गिरफ्त में आने के ज्यादा अवसर होते है, उस मौसम में कोल्ड होने के चांस बहुत कम होते है। वही उन्होंने बताया कि इंफ्लूएंजा मौसम के कारण होने वाली श्वासनली से संबंधित बीमारी है। जिसमें बुखार, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश, तेज थकान की समस्याएं उत्पन्न होती है।
आपको बता दे कि पाब्लो मर्सिया ने फ्लू के बाद कोल्ड न होने की वजह राइनोवायरस को बताया है। वही शोधकर्ताओं का कहना है कि कोल्ड और फ्लू जिन वायरस की वजह से होते है उन पर संयुक्त रुप से शोध करने की जरुरत है। जिस पर कार्य किया जाएगा। क्योंकि यह सबकुछ इकोसिस्टम से जुड़ा है और हमें जानने की जरूरत है कि आखिर वायरस एक-दूसरे को कैसे इंटरेक्ट करते हैं।
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